भारत-चीन सीमा विवाद :अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र क्यों है चीन को दिलचस्पी

भारत-चीन सीमा विवाद : भारत की चीन के साथ 3488 किमी लंबी सीमा सांझा करती है। पूर्वी क्षेत्र मे चीन से लगती सीमा 1346 किमी लंबी है जो की अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम की सीमा शामिल है। अरुणाचल प्रदेश को चीन दक्षिण तिब्बत का क्षेत्र मानकर अपना हिस्सा दाबी करता है। इतिहास अगर उठा के देखे तो वर्ष 1914 ईo को ब्रिटिश सरकार चीन और तिब्बत के शिमला समझोंता किया था। इसके अनुसार अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा माना गया, पर चीन मानने को तैयार नहीं नहीं और बीच-बीच मे नापाक हरकते करते रहते है।

भारत-चीन सीमा विवाद

अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र क्यों है चीन को दिलचस्पी

चीन पहले से ही अरुणाचल प्रदेश के यांगतसे को अपना हिस्सा मानते हुए आ रहा है। इस क्षेत्र मे भारतीय जवान और  चीनी सेना पहले भी कोई बार आमने-सामने आ चुकी है। हालांकि 9 दिसम्बर 2022 को दोनों सेनाओ मे झड़प होने से पहले भी अक्टूबर 2021 को भी दोनों के बीच विवाद हुआ था। चीन यांगतसे क्षेत्र को इस लिए अपना कब्जा करना चाहता है क्योंकि इस क्षेत्र चोटी 17000 फुट ऊंची है। यह चोटी रणनीतिक तोर पर बेहद अहम है। इस चोटी से एलएसी के दोनों ओर का कमांडिंग व्यू  देखने को मिलता है। इस क्षेत्र से एलसी सीमा के दोनों तरफ नजर रखना काफी आसान हो जाता है।

सीमावर्ती क्षेत्र मे विकास से चीन परेशान

देश के बीआरऔ (BRO ) प्रोजेक्ट के तहत भारत के सीमावर्ती क्षेत्र मे विकास को देखकर चीन को रस नहीं आ रहा है। इस प्रोजेक्ट के तहत पूर्वी और पश्चिम क्षेत्र के सीमा पर 102 पुल और हजार किमी सड़कों का निर्माण हुआ है। 19 हजार फीट की ऊंचाई पर उमलिंग ला मे दुनिया का सबसे ऊंची सड़क का निर्माण हुआ है। कोई प्रोजेक्ट पर अभी काम चल रहा है। अरुणाचल प्रदेश मे फ़्रंटियर हाइवे का निर्माण किया जाना है। ब्रह्मपुत्र नदी के अंदर से सुरंग बनाने का काम अंतिम दौर पर है।

चीन के विरुद्ध देश भर मे रोष

9 दिसम्बर, 2022 को अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र के यांगतसे मे दोनों देशों के सेनाओ बीच झड़प के बाद चीन खिलाफ देशभर मे जबर्दस्त रोष देखा जा रहा है। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने चीन के विरोध मे जमकर नारेबाजी की और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के पोस्टर भी जलाये।

पोलिटिकल पार्टीओ भारत-चीन सीमा विवाद पर राय

शिवसेना : शिवसेना के कार्यकर्ताओ ने कहा कि जब तक चीनी सेना को सबक नहीं सिखाया जाता, तब तक चीनी सेना घुसपेटी हरकतों से बाज नहीं आएगा।सिवसेना के जम्मू इकाई ने चीन के झंडों मे आग लगाकर चीन के खिलाफ नारेबाजी की। शिव सैनिकों ने कहा चीनी सेना एलएसी पर बार-बार घुसपेटी का हिमाकत कर रहा है ताकि भारतीय सेनाओ को नुकसान पहुंचा सके। मैं भारत सरकार से मांग करते है की चीन को ऐसा सबक सिखिया जाई कि वह दोबारा भारत की तरह आँख उठाकर देख न पाए ।

कांग्रेस पार्टी : कांग्रेस पार्टी तवांग क्षेत्र की घटना को लेकर कहा की सरकार को इस मामले पर संसद मे चर्चा के माध्यम से देश को विश्वास मे लेने की जरूरत है। कांग्रेस ने अपनी बिपक्षी रोल निभाते हुए प्रधानमंत्री मोदी के ऊपर भड़ास निकलते हुए कहा मोदी अपना छबि बचाने के लिए देश को खतरे मे दल रहे है। हालांकि काँग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने ट्वीट के माध्यम से कहा चीन फिर से हमारे सैनिकों को उकसाया है। हमारे जवानों ने इसका बहादुरी से मुकाबला किया , जिसमे कुछ जवान घायल भी हुए है। हम राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर राष्ट्र रूप मे एक है और इसका राजनीतिक नहीं होना चाहिए।

बीजेपी : अपनी सरकार की ओर पक्ष रखते  हुए रक्षामंत्री  राजनाथ सिंह संसद मे चर्चा करते हुए बताया की 9 दिसम्बर को चीन अरुणाचल प्रदेश के तवांग के यांगतसे क्षेत्र मे घुसपेटी के लिए कोशिस कर रहा था , लेकिन हमारे बहादुरी सेना उनसे डट कर सामना करते हुए उन्हे नाकाम किया । इस झड़प मे हमारे सेना के 3 जवान घायल हुए है।

कब कब रहा भारत-चीन सीमा विवाद पर तनाव

1959 : जब भारत से दलाई लामा को अपने देश मे शरण दी थी।

1962 : भारत और चीन बीच युद्ध हुआ।

1967 : भारतीय सैनिकों पर चीन सेना द्वारा हमला।

1975 : भारत और चीन के बीच जोरदार झड़प हुआ था।

1987 : अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र मे तनाव बड़ गया था।

2017 : डोकलाम क्षेत्र मे 73 दिनों तक दोनों देश के जवान आमने सामने मे तनातनी पर रहा।

2020 : गलवान घाटी पर हिंसक झड़प हुआ था , जिसमे चीन के 38 जवान मारे गये।

2022 : अरुणाचल प्रदेश के तवांग मे चीनी सेनाओ ने घुसपैठ की कोशिश की, भारतीय जवानों मे डंडे मर कर भगाया।

नमस्कार दोस्तों: आज मैं भारत-चीन सीमा विवाद , भारत के प्रति चीन का एलएसी पर क्या रुक है , अरुणाचल प्रदेश के त्यांगसे क्षेत्र को लेकर चीन का क्या दिलचस्पी है और भारत-चीन का झड़प कब-कब हुआ है, इसके बारे मे जानकारी सांझा किया हूँ। आशा है लेख आपको अच्छा लगा होगा तो सोशल मीडिया मे इसे शेयर करे।

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