Operation Dost : भारत भूकंप प्रभावित तुर्की और सीरिया की मदद के लिए आगे आया।

Operation Dost : तुर्की और सीरिया मे आये भूकंप के 7.8 तीव्रता वाले विनाशकारी भूकंप मे मृतकों की संख्या 28,000 के पर जा चुकी है। तुर्की के हर तरह बरबादी का मंजर दिख रहा है और जगह-जगह पर मलबों का अंबार दिख रही है। इसी अंबरों के अंदर से दबे हुए लोगों को निकालने की कोशिश चल रही है। Turkiye और Syria मे भूकंप के चलते जन गंवाने वालों की संख्या दिन प्रतिदिन लगातार बड़ते ही जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, अबतक 28,000 से अधिक दोनों देशों की लोगों की जन चुकी है और घायलों की संख्या लगभग 90 हजार से अधिक हो गई है। यूएनओ के मतानुसार भूकंप से मरने वालों की संख्या 40 हजार से अधिक हो सकती है। अभी भी बड़ी संख्या मे लोग मलवे के अंदर फंसे हुए है। ऐसे मे मृतकों की और घायलों की संख्या मे कई गुणा ज्यादा बढ़ोतरी होने की संभबना हो सकती है।

इसी बीच Turki के अलग-अलग शहरों मे बार-बार भूकंप के झटके भी महसूस किए जा रहे है। उधर, भूकंप प्रभावित लोगों की मदद के लिए कई देश सामने आये है। भारत भी तुर्की और सीरिया के भूकंप से प्रभावित लोगों की मदद के लिए “ऑपरेशन दोस्त” (Operation Dost) चलाया है। इसके जरिए भारत ने दोनों देशों के लोगों की सहायता के लिए मदद तेज कर दी है।

सेना, एयरफोर्स के जवान, NDRF और डॉक्टर्स के टीम तुर्की और सीरिया भेजी गई है। भारत (Operation Dost) ऑपरेशन दोस्त के तहत दोनों देशों मे मालवाहक हवाई जहाज C-7 ग्लोब मास्टर से बड़े पैमाने पर राहत सामग्री भी भेजी गई है। भारत मे तुर्की के राजदूत फिरत सुनेल ने कहा है की Operation Dost) ऑपरेशन दोस्त बहुत ही महत्वपूर्ण ऑपरेशन है। यह दो देशों के बीच दोस्ती को प्रदर्शित करता है और दोनों ही देश मे दोस्त शब्द का अर्थ भी समान ही है।

तुर्की (Operation Dost )ऑपरेशन दोस्त को बताया मददगार

भारत मे तुर्की के राजदूत फिरत सुनेल ने कहा, तुर्की मे बड़ी संख्या मे बचावकर्मी दल की आवश्यकता है। भूकंप के 24 घंटे के अंदर बहुत सारे देश तुर्की को मदद भेजना शुरू कर दिया हैं। भारत भी (Operation Dost) ऑपरेशन दोस्त के नाम से अपना अभियान चलाया। इस मिशन मे खोंज, बचाव दल और आपातकालीन चिकित्सा शामिल हैं। यह बहुत ही मददगार साबिद हो रही है, क्यों कि इस समय तुर्की को आपातकालीन चिकित्सा सेवा के साथ-साथ खोंज और बचाव कार्यों की आवश्यकता है।

फिरत सुनेल ने कहा, 15,000 से अधिक तुर्की के सैनिक, डॉक्टर और विदेशी दल तुर्की के जमीन पर अपना सेवा कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा की तुर्की और सीरिया मे मरने वालों की संख्या 28,000 से अधिक है, हालांकि अभी भी बचाव अभियान जारी है।

क्या है ऑपरेशन दोस्त (Operation Dost)

तुर्की मे भारत (Operation Dost) ऑपरेशन दोस्त के तहत भूकंप प्रभावित इलाकों मे अपना इंसानियत के तोर पर दिन-रात सेवा प्रदान कर रहा है। इस मुसकिल हालत मे भारत के बचाव दल केयर, करुणा और इंसानियत की मिसाल कायम कर रहा है। उनकी मदद से उन्हा के जिंदगी मे मुस्कराहट आ रही है। तुर्की के हाते प्रांत मे भारत के बचाव टीम के दल ने 30 बेड का फील्ड अस्पताल बनाया हैं। यहाँ भूकंप से प्रभावित लोगों को इलाज किया जा रहा है।

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा की अब तक भारत 6 उड़ानों से 250 बचावकर्मी और 140 टन राहत सामग्री भेजी जा चुकी है।

भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट के जरिए तुर्की के भूकंप इलाके मे चल रही भारत के फील्ड अस्पताल के विडिओ पोस्ट किया। इसमे हाते और इसकंडेराम मे भारतीय बचाव कर्मी NDRF के तलाशी और बचाव अभियान को दिखाया गया है। भारतीय बचाव कर्मियों के दल मे 5 महिला कर्मी शामिल है। भारत के NDRF टीम के बचावकर्मियों के लिए तुर्की के लोगों की नजर मे प्यार और उम्मीद दिखाई दे रही है।

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